India vs Australia: मेलबर्न में हुए चौथे टेस्ट मैच में ट्रैविस हेड ने बल्ले से स्कोरर को ज्यादा परेशान नहीं किया. उन्होंने दोनों पारियों में 0 और 1 का स्कोर बनाया दर्ज किया, लेकिन उन्होंने गेंद से भारत को परेशान किया. इस पार्ट टाइम बॉलर ने दूसरी पारी में टीम इंडिया के महत्वपूर्ण बल्लेबाज ऋषभ पंत को आउट किया. पंत को आउट करने के बाद उन्हों ने हाथों से जो गंदा इशारा किया, जो चर्चा का विषय बना हुआ है. भारत के पूर्व स्टार क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्रैविस हेड की इस घटिया हरकत के लिए कड़ी सजा की मांग की है. उन्होंने इसे 1.5 अरब भारतीयों का अपमान बताया है.
बल्ले से पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए हेड
दुनिया के नंबर 1 गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने बॉक्सिंग डे टेस्ट की दोनों पारियों में हेड के बल्ले को शांत कर दिया. हेड ने गेंदबाजी करते हुए 5वें दिन चाय के ठीक बाद ऋषभ पंत का महत्वपूर्ण विकेट हासिल किया. इससे एक नाटकीय पतन हुआ जिसमें भारत ने एक घंटे से भी कम समय में 7 विकेट खो दिए और टेस्ट मैच हार गया. पंत के आउट होने के बाद हेड ने अंगुली से काफी गंदा इशारा किया, जिसकी चर्चा हो रही है.
पांचवें दिन ट्रैविस हेड की ओर से उस जश्न के पीछे की कहानी #ऑसविन pic.twitter.com/hGMYUcZc4E
– क्रिकेट.कॉम.एयू (@cricketcomau) 31 दिसंबर 2024
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सिद्धू ने हेड के जश्न को घृणित बताया
पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ट्रैविस हेड पर भड़के हुए हैं. उन्होंने हेड के जश्न को “घृणित” और “सबसे खराब उदाहरण” बताया. पूर्व भारतीय ओपनर से राजनेता बने सिद्धू ने कहा कि यह 1.5 अरब भारतीयों का अपमान है और उन्होंने “कड़ी सजा” की मांग की ताकि क्रिकेट के मैदान पर ऐसी हरकत दोबारा न हो. हालांकि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने इस एक आम मजाक बताया जो चलता है.
मेलबर्न टेस्ट के दौरान ट्रैविस हेड का अप्रिय व्यवहार सज्जनों के खेल के लिए अच्छा नहीं है……जब बच्चे, महिलाएं, युवा और बूढ़े खेल देख रहे हों तो यह सबसे खराब उदाहरण पेश करता है… इस अभद्र आचरण ने किसी व्यक्ति का अपमान नहीं किया बल्कि…
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) 30 दिसंबर 2024
सिद्धू ने की कड़ी सजा की मांग
सिद्धू ने एक्स पर लिखा, “मेलबर्न टेस्ट के दौरान ट्रैविस हेड का अप्रिय व्यवहार जेंटलमैन गेम के लिए अच्छा नहीं है. यह सबसे खराब उदाहरण है, जब बच्चे, महिलाएं, युवा और बूढ़े खेल देख रहे हों. इस कटु व्यवहार ने किसी व्यक्ति का नहीं, बल्कि 1.5 अरब भारतीयों के राष्ट्र का अपमान किया है. उसे कड़ी सजा दी जानी चाहिए, जो भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक निवारक के रूप में काम करेगी, ताकि कोई भी ऐसा करने की हिम्मत न कर सके.”